Friday, 30 October 2020

धनाढ्य धनराशि से नहीं

दीपक बोलता नहीं, उसका
प्रकाश पूर्ण  देता  है  परिचय
धनाढ्य धनराशि से नहीं
कर्तृत्व निर्धारित करती निश्चय
तो क्यों जिए हम कल को 
गरल दे इस मन को
बिखरे रिश्ते जोड़ दे 
आओ जीवन को नया मोड़ दे
प्रातर्वन्दन🙏🙏🙏

10 comments:

  1. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (३१-१०-२०२०) को 'शरद पूर्णिमा' (चर्चा अंक- ३८७१) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    --
    अनीता सैनी

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  2. मेरी इस प्रविष्टि् को 'शरद पूर्णिमा' (चर्चा अंक- ३८७१) पर आमंत्रित करने हेतु हार्दिक आभार अनीता जी
    सादर
    --

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  3. धन्यवाद
    हार्दिक आभार

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  4. बिखरे रिश्ते जोड़ दे
    आओ जीवन को नया मोड़ दे
    सुन्दर

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    1. धन्यवाद
      हार्दिक आभार

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  5. हार्दिक आभार माननीय।
    सादर।

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