मानव नव रसों की खान है। उसकी सोच से उत्पन्न उसकी प्रतिक्रिया ही यह निर्धारित करती है कि उसका व्यक्तित्व कैसा है ! निश्चय ही मेरी रचनाओं में आपको नवीन एवं पुरातन का समावेश मिलेगा साथ ही क्रान्तिकारी विचारधारा के छींटे भी । धन्यवाद ! ।।सधु चन्द्र।।
बहस करने से रिश्ते कमजोर होते हैं
इसलिए!!!
तुरंत झापड़ मार कर रिश्ते मजबूत करें।😁😁😁😛😛😛😛
हा हा हा हा हा हा हा सबसे सही और सुरक्षित उपाय
😀😀😀💐
😄😄😄😄
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