Sunday, 17 January 2021

दास नहीं हो सकता उदास ...

दुर्योधन ने श्री कृष्ण की 

पूरी नारायणी सेना मांग ली

और अर्जुन ने  

केवल श्री कृष्ण को मांगा ।

उस समय...

भगवान श्री कृष्ण ने 

अर्जुन की चुटकी (मजाक) लेते हुए कहा कि 

हार निश्चित है तेरी 

हरदम रहेगा उदास 

माखन दुर्योधन ले गया 

केवल छाछ बची तेरे पास ।

अर्जुन ने कहा- हे प्रभु! 

जीत निश्चित है मेरी 

दास नहीं हो सकता उदास 

माखन लेकर क्या करूं!!? 

जब माखन चोर है मेरे पास।।🙏🙏🙏


चित्र-साभार गूगल

 

22 comments:

  1. बहुत खूब!!
    अर्जुन की इसी वाकपटुता और स्नेह ने कान्हा को बनाये रखा उसका खास!

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    1. जी।
      हार्दिक आभार।
      सादर।

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  2. और इस तरह दूसरों को छलने वाला दुर्योधन स्वयं छला गया। सार्थक प्रस्तुति के लिए आपका आभार।

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    1. जी।
      हार्दिक आभार।
      सादर।

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  3. बहुत ही बेहतरीन रचना

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  4. प्रभु की माया की थाह कौन पा सका है

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  5. जिसके पास माखन चोर ... विजय तो उसकी निश्चित ही है ...
    बहुत गहरे प्रसंग को बाखूबी लिखा है ...

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  6. सादर नमस्कार ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (19-1-21) को "जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि"(चर्चा अंक-3951) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    --
    कामिनी सिन्हा


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    1. मेरी प्रविष्टि को चर्चा में शामिल करने के लिए हार्दिक आभार कामिनी जी।
      सादर।

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  7. सुंदर सरस,मनोहारी वर्णन माखनचोर कृष्ण कन्हैया का प्रिय सधु जी..

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