Tuesday 19 January 2021

सबसे बड़ी भेंट

'प्रेम' और 'सम्मान'
दुनियाँ  की  सबसे बड़ी भेंट है। 
किसी को प्रेम व स्नेह देना 
जितना बड़ा उपहार है ।
उससे कहीं बड़ा 
उसे पाना साक्षात् ...
आत्मसम्मान है ।।
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जिंदगी में कितना... क्या है!!! ?
यह मायने नहीं रखता 
बल्कि ...
आपके जीवन में 
कौन कितना समर्पित है!!!
यह मायने रखता है।
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कुछ लोग
सीमित संसाधन में भी 
प्रफुल्लित रहते हैं...
पूर्ण रहते हैं ।
पर कुछ भरे पूरे...
खाली जीवन लिए 
सर्वदा अपूर्ण रहते हैं। 

 ।।सधु चन्द्र।। 

चित्र - साभार गूगल 

25 comments:

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    1. हार्दिक आभार माननीय।
      सादर।

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  2. बहुत बहुत उपयोगी व् महत्वपूर्ण कथन |

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  3. मेरी रचना को मंच प्रदान करने हेतु हार्दिक आभार मीना जी।
    सादर।

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  4. Replies
    1. हार्दिक आभार माननीय।
      सादर।

      Delete
  5. कुछ लोग
    सीमित संसाधन में भी
    प्रफुल्लित रहते हैं...
    पूर्ण रहते हैं ।
    पर कुछ भरे पूरे...
    खाली जीवन लिए
    सर्वदा अपूर्ण रहते हैं।

    बहुत गहरी बात...
    बहुत सुंदर सृजन 🌹🙏🌹

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    1. हृदयतल से आभार शरद जी।
      सादर।

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  6. बहुत सुंदर सृजन

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    1. हृदयतल से आभार अनुराधा दी ।
      सादर।

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  7. दुनियाँ की सबसे बड़ी भेंट है।
    किसी को प्रेम व स्नेह देना। बहुत सही।

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    1. हृदयतल से आभार ज्योति जी।
      सादर।

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    1. हार्दिक आभार माननीय।
      सादर।

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  9. अति सुन्दर कथ्य ।

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    1. हृदयतल से आभार अमृता जी।
      सादर।

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  10. बहुत ही अच्छा ल‍िखती हैं सधु जी...बहुत ही अच्छा मतलब बहुत ही

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    1. उत्साहवर्धन के लिए बहुत-बहुत आभार अलकनंदा जी।
      सादर।

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  11. दुनियाँ की सबसे बड़ी भेंट है।
    किसी को प्रेम व स्नेह देना।
    बहुत ही सटीक एवं महत्वपूर्ण कथ्य।
    वाह!!!

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    1. हार्दिक आभार सुधा जी सादर

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