इसलिए
घड़ी में फूल नहीं काटें होते हैं।
यूँ तो ...
घड़ी सुधारने वाले
कई मिल जाएंगे
पर...
समय में सुधार
ख़ुद करना होता है।
और...
इस दुनियाँ में
कुछ भी बेमतलब नहीं...
ये बंद घड़ी 🕒 भी
हरदिन
दो बार सही वक़्त दिखा जाती है।
बस...अब अमल ख़ुद करना है
सीख अब ख़ुद लेनी है।
वे लोग
स्वयं फ़ूल बन जाते हैं
जो समय रहते
अपनी भूल नहीं सुधारते
क्योंकि...
घड़ी 🕒 की सुइयाँ
उल्टी नहीं चला करतीं...!!!
।।सधु चन्द्र।।
चित्र-साभार गूगल
वाह ! बहुत ख़ूब सधु जी ! घड़ी की उपमा देकर आपने लोगों की आंखें खोल देने वाली बातें कह दी हैं । आभार एवं अभिनंदन ।
ReplyDeleteहार्दिक आभार माननीय।
Deleteसादर।
बिल्कुल सही कहा आपने।
ReplyDeleteहार्दिक आभार माननीय।
Deleteसादर।
सच समय आगे बढ़ता है पीछे कभी नहीं
ReplyDeleteबहुत सही
हार्दिक आभार कविता जी।
Deleteसादर।
प्रिय सधु जी, घड़ी का उदाहरण देकर बड़ी बात कम शब्दों में कह दी आपने..सुन्दर अभिव्यक्ति..
ReplyDeleteहार्दिक आभार जिज्ञासा जी ।
Deleteसादर।
वे लोग
ReplyDeleteस्वयं फ़ूल बन जाते हैं
जो समय रहते
अपनी भूल नहीं सुधारते
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
हार्दिक आभार अनुराधा दी ।
Deleteसादर।
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ReplyDeleteहार्दिक आभार।
Deleteसादर।
Inspirational quotes for student Life
ReplyDeleteआभार।
DeleteKaash Tum jaisi guru teacher mujhe mil jaati bhut hi saandaar aur damdaar satyaa Sadev tumhari jai ho 🙌🙌🙌
ReplyDelete🙏🙏🙏
Deleteबढ़िया चिंतन!
ReplyDeleteहार्दिक आभार माननीय।
ReplyDeleteसादर।
बहुत सार्थक और प्रेरक आभिव्यक्ति।
ReplyDeleteहार्दिक आभार माननीय।
Deleteसादर।
ज्ञानवर्धक।
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