Friday, 9 October 2020

प्रातर्वन्दन


नभ से बूंदे टपके टप -टप
सीत  ओस के गाल को चूमे 
प्रातः बेला के वंदन में 
व्योम धरा के बाट में झूमे।।

5 comments:

  1. Replies
    1. Ma'am this is another level of Hindi....I loved it.... waiting for more such beautiful creations 😊

      Delete
  2. नभ से बूंदे टपके टप -टप
    सीत ओस के गाल को चूमे
    प्रातः बेला के वंदन में
    व्योम धरा के बाट में झूमे।।

    लेखन का प्रभात

    ReplyDelete

राम एक नाम नहीं

राम एक नाम नहीं  जीवन का सोपान हैं।  दीपावली के टिमटिमाते तारे  वाल्मिकी-तुलसी के वरदान हैं। राम है शीतल धारा गंगा की  पवित्र पर...