Thursday, 19 November 2020

आज पुण्य खरने का दिन आया है🌺🙏🙏🙏🌺

हवाओं को 
छन्नी में छान 
आम की 
लकड़ी के धुएँ से
यह किसने ...
पवित्र बनाया है !!

आज पक्षियों के
 कलरव में
किसने ...
जोश जगाया है!!

देव की धरती को
पारंपरिक छठ गीत से
देवमयी,
फिर किसने आज 
बनाया है!!

चंचल-चितवन, 
तेजमयी 
आदित्यदेव ने 
आँख मसलते
मां की गोद से
यह कैसा अलख
जगाया है!!

घर -घर बना
पावन -धाम 
क्योंकि,
आज पुण्य 
खरने का दिन आया है।
आज पुण्य 
खरने का दिन आया है।।

जय हो छठी मैया🌺🌺🌺🙏🙏🙏🌺🌺🌺
खरने की अशेष शुभकामनाएँ 

।।सधु।।

चित्र - साभार गूगल


32 comments:

  1. बहुत सुन्दर और सार्थक रचना।
    छठी मइया की जय हो।

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  2. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति...।बिल्कुल प्राकृतिक...।

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  3. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति..।बिल्कुल प्राकृतिक...।

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  4. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!...।बहुत सुंदर अभिव्यक्ति..।बिल्कुल प्रकृति के नज़दीक..।

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  5. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!...।बहुत सुंदर अभिव्यक्ति..।बिल्कुल प्रकृति के नज़दीक..।

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  6. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!...।बहुत सुंदर अभिव्यक्ति..।बिल्कुल प्रकृति के नज़दीक..।

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  7. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!...।बहुत सुंदर अभिव्यक्ति..।बिल्कुल प्रकृति के नज़दीक..।

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  8. बहुत सुंदर। आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं।

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  9. देव की धरती को
    पारंपरिक छठ गीत से
    देवमयी,
    फिर किसने आज
    बनाया है!!

    प्रिय सधु चंद्र जी,
    वाह, बहुत गहरी बात सुंदर शब्दों में इपने व्यक्त की है। साधुवाद ।
    एवं
    छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🌷🙏

    स्नेह सहित,
    डॉ. (सुश्री) शरद सिंह

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  10. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!! बहुत बढ़िया...।छठ की हार्दिक शुभकामनाएँ..।

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  11. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!! बहुत बढ़िया..।छठ की हार्दिक शुभकामनाएँ..।

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  12. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (२१-११-२०२०) को 'प्रारब्ध और पुरुषार्थ'(चर्चा अंक- ३८९८) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    --
    अनीता सैनी

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  13. बहुत सुन्दर।
    छठ पूजा की बधाई हो।

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  14. सुन्दर रचना - - छठ पर्व की आपको शुभकामनाएं।

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  15. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!
    ..बहुत ही सुंदर..छठ पर्व और प्राकृतिक दृश्य का सुंदर संयोजन..।

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  16. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!
    ..बहुत ही सुंदर..छठ पर्व और प्राकृतिक दृश्य का सुंदर संयोजन..।

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  17. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!
    ..बहुत ही सुंदर..छठ पर्व और प्राकृतिक दृश्य का सुंदर संयोजन..।

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  18. अपनी परम्पराएं जीवन को आश्वस्ति प्रदीन करती हैं.

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  19. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!
    ..बहुत ही सुंदर..छठ पर्व और प्राकृतिक दृश्य का सुंदर संयोजन..।

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  20. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!
    ..बहुत ही सुंदर..छठ पर्व और प्राकृतिक दृश्य का सुंदर संयोजन..।

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  21. चंचल-चितवन,
    तेजमयी
    आदित्यदेव ने
    आँख मसलते
    मां की गोद से
    यह कैसा अलख
    जगाया है!!
    छठ पर्व पर बहुत ही सुन्दर सृजन।

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  22. बहुत सुंदर पावन सृजन।

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