Wednesday, 15 September 2021

घरों पे नाम थे

घरों पे नाम थे...
नामों के साथ ओहदे ।
बहुत तलाश किया पर,
कोई आदमी ना मिला ।।

#बशीर बद्र

1 comment:

  1. ऐसा ही होता है सधु जी। क्या किया जाए? दुनिया ऐसी ही हो गई है। साझा करने के लिए आपका आभार।

    ReplyDelete

खृष्टाव्दीयं नववर्षमिदम् --- इति कामये ।।सधु चन्द्र:।।🌷

सर्वस्तरतु दुर्गाणि  सर्वो  भद्राणि पश्यतु । सर्व: कामानवाप्नोतु सर्व: सर्वत्र नंदतु । "  सब लोग कठिनाइयों को पार करें, कल्याण ही कल्या...