हे ईश्वर!
किस शिक्षा नीति/सम्प्रदाय/समाज... में यह मान्य है कि एक शिक्षक दूसरे शिक्षक को मैम/सर नहीं कहेंगे।अमर्यादित तरीके से अपने से अधिक उम्र या औधे वाले शिक्षक को नाम से बुलाएँगे।
विद्यालय का एक कल्चर है कि एक शिक्षक दूसरे शिक्षक को
मैम या
सर कह कर संबोधित करते हैं। अमर्यादित तरीके से अपने से अधिक उम्र या औधे वाले शिक्षक को नाम से नहीं बुलाते। ऐसे तो हमारे संस्कारों में ही सम्मान करना सिखाया जाता है किंतु इसके अलावा शिक्षक को रेगुलर B.Ed की कक्षा के दौरान एक ग्रूमिंग क्लास भी कराया जाता है जिसमें शिक्षक को व्यवहार ज्ञान से अवगत कराया जाता है और यह बताया जाता है कि उन्हें अपने सहकर्मियों एवं सहायक कर्मियों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए क्योंकि शिक्षक ही बच्चों के मार्गदर्शक होते हैं वे जैसा व्यवहार करते हैं बच्चे वैसा ही सीखते हैं। अतः मर्यादा का पालन करते हुए दीदी-भैया सहायक कर्मियों (ड्राइवर,मेड आदि) को बोला जाना चाहिए।
आप चाहे जिसे दीदी भैया बोले किंतु विद्यालय परिसर में अमर्यादित ढंग से संबोधन ना करें।
किस शिक्षा नीति/सम्प्रदाय/समाज... में यह मान्य है कि एक शिक्षक दूसरे शिक्षक को मैम/सर नहीं कहेंगे।अमर्यादित तरीके से अपने से अधिक उम्र या औधे वाले शिक्षक को नाम से बुलाएँगे।
(भले अजीब हो पर मार्गदर्शन करें)
।।सधु चन्द्र।।
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