Saturday, 31 October 2020

लिखूँगी ऐसा इतिहास कि पढ़ना मुश्किल हो जाएगा।

लिखूंगी ऐसा इतिहास कि
 पढ़ना मुश्किल हो जाएगा 
मत छेड़ ना मुझको 
छेड़ना मुश्किल हो जाएगा।।

लिखूंगी ऐसा इतिहास...
पढ़ना मुश्किल हो जाएगा 

हम, लोगों की सोच पर 

चलने वालों में से नहीं

जिसे जो सोचना हो सोचे ...

इससे हमारा क्या जाएगा?


परिवर्तनशील है सृष्टि 

परिवर्तन लाना ही सीखा है 

अगर किसी और में 

बदलाव ना आए 

तो...!

 इससे हमारा क्या जाएगा ?


एक बात बतला दूँ...

बिरनी के खोते में 

हाथ डालने से बचना

गलती से जो डाले तो

 मुश्किल हो जाएगा ।


लिखूंगी ऐसा इतिहास कि 

पढ़ना मुश्किल हो जाएगा।।

।।सधु।। 

12 comments:

  1. वाह। बाकी हमारे देश में लोग इतिहास बदलने जाते है तो पूरा भूगोल बदल जाता है।
    शानदार..!

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  2. सुन्दर भावाभिव्यक्ति!

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  3. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार 2 नवंबर 2020) को 'लड़कियाँ स्पेस में जा रही हैं' (चर्चा अंक- 3873 ) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    --
    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

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    Replies
    1. मेरी इस प्रविष्टि के लिंक को चर्चा सोमवार 2 नवंबर 2020) को 'लड़कियाँ स्पेस में' स्थान देने के लिए आभार।
      सादर

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  4. वाह !क्या ख़ूब कहा आपने।
    सादर

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  5. बिरनी के खोते में

    हाथ डालने से बचना

    गलती से जो डाले तो

    मुश्किल हो जाएगा ।
    वाह!

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  6. हार्दिक आभार
    सादर।

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